
22 अप्रैल को सैकड़ों की संख्या में भारतीय पर्यटक जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में परिजनों के साथ छुट्टियां मनाने गए थे. उसी वक़्त आंतकियों ने हमला किया. जिसमें 26 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई. इसमें से एक नेपाली नागरिक थे.
शुरुआत में इस हमले की जिम्मेदारी द रेजिस्टेंस फ्रंट ने ली थी. इसके बाद देशभर में आक्रोश था.
6-7 मई की दरम्यानी रात भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में मौजूद आतंकी ठिकानों पर हवाई हमले किए. जिसे 'ऑपरेशन सिंदूर' नाम दिया गया.
इस पूरी कार्रवाई को लेकर बुधवार को दिल्ली स्थित नेशनल मीडिया सेंटर में सेना की तरफ से प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई. जिसे विदेश सचिव विक्रम मिस्री, कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने संबोधित किया. इस दौरान मीडिया से सवाल नहीं लिया गया.
प्रेस कॉन्फ्रेंस की शुरुआत में बीते तीन दशक में पाकिस्तान में मौजूद आतंकी संगठनों द्वारा भारत में किए गए आतंकवादी घटनाओं का एक वीडियो दिखाया गया.
विक्रम मिस्री ने बताया कि पाकिस्तान अपने क्षेत्र में मौजूद आतंकियों के ठिकानों पर कार्रवाई करने की बजाय आरोप लगा रहा था.
ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने जिन आंतकी ठिकानों पर हमला किया, उसको लेकर कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने जानकारी दी. उन्होंने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर में आतंकी ठिकानों का चयन ख़ुफ़िया जानकारी के आधार पर किया गया. अपने सुरक्षा के अधिकार का इस्तेमाल करते हुए पाकिस्तान में मौजूद आतंकवाद के प्रशिक्षण वाले ठिकानों पर हमला किया है. इसमें किसी सैन्य या नागरिक ठिकाने को निशाना नहीं बनाया गया है.’
देखिए ये वीडियो रिपोर्ट.
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