
जज्बाती अंकल को सुबह-सुबह हैप्पी फ्रेंडशिप डे का एक वीडियो प्राप्त हुआ था. वह वीडियो दोस्ती की मौत का पैगाम था. अंकल उसे बार-बार देखे जा रहे थे और देख-देख कर निराशा और गुस्से से भर जा रहे थे. लेकिन हम जज्बाती अंकल की कहानी पर हम बाद में आएंगे. पहले हम आपको एक फॉर्मूला बता रहे हैं, इसे याद कर लें. यह विनाश का मंत्र था, जिसे छह महीने पहले सफलता का मंत्र बता कर घर-घर पहुंचाया गया था.
जी हां विश्वगुरु मोदीजी ने ये फॉर्मूला दिया था. मागा मीगा मेगा सारे गामा अल्फ़ा बीटा वाली इस दोस्ती की शुरुआत सदियों पहले हुई थी. तब विश्वगुरु ने एड़ी और चोटी का जोर लगा कर मित्र डोनाल्ड ट्रंप का चुनाव प्रचार किया था. अब वो दोस्ती आईसीयू में भर्ती है.
दरअसल डोनल्ड ट्रंप, नरेंद्र मोदीजी का रियलिटी चेक हैं. वो एक आइना है जो भयानक सच की तरह उनके सामने खड़ा हो गए हैं. अरबों रुपये के पीआर और छवि प्रबंधन के ऊपर डोनल्ड ट्रंप किसी मनहूस बरसात की तरह बरस रहे हैं. कृत्रिम तरीके से बनाई गई विश्व नेता की छवि को हर दिन तार-तार कर रहे हैं. ट्रंप एक प्रश्नचिन्ह की तरह मोदी की विदेश नीति के माथे पर चिपक गए हैं. कैसे? यह जानने के लिए टिप्पणी देखिए.
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